पालघर/मुंबई. प्रधानमन्त्री मोदी ने देश के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट और गहरे पानी के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक के निर्माण की आधार शिला रखते हुए भूमि पूजन किया ।
इसका निर्माण वाधवन पोर्ट प्रोजेक्ट लिमिटेड करेगी, जो जवाहर लाल नेहरु पोर्ट अथॉरिटी और महाराष्ट्र मेरी टाइम बोर्ड की संयुक्त कंपनी है।
इसकी अनुमानित लागत 76 हजार करोड़ रुपए होगी और प्रधानमन्त्री मोदी के अनुसार इसमें 12 लाख युवाओं के लिए नई नोकरियों का सृजन होगा ।
मुंद्रा और जवाहर लाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी में से प्रत्येक की क्षमता 75 लाख कंटेनर है। वाधवन पोर्ट की क्षमता 234लाख कंटेनर होगी यानी वर्तमान से तीन गुना ज्यादा क्षमता वाला होगा।
यहां से अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग के लिए सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। नई टेक्नोलॉजी से लैस होगा जिससे हैंडलिंग आसान होगी और भी अनेक विशिष्ठ खूबियां हैं इस बंदरगाह पर,देश के लिए मिल का पत्थर साबित होगा।