राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) एक सांविधिक निकाय है जो राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद अधिनियम, 1993 (1993 की संख्या 73) के अनुसरण में 17 अगस्त, 1995 को अस्तित्व में आयी थी। इसका उद्देश्य पूरे देश में अध्यापक शिक्षा के नियोजित और समन्वित विकास को प्राप्त करने और अध्यापक शिक्षा के लिए मानदंडों और मानकों का विनियमन और उचित रखरखाव की व्यवस्था करना तथा उससे संबंधित मामलों का समाधान करना है।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि क्या मान्यता प्राप्त संस्थान एनसीटीई अधिनियम 1993 के प्रावधानों के अनुसार कार्य कर रहे हैं और मान्यता प्राप्त संस्थानों पर जवाबदेही लागू करने तथा देश भर के शिक्षक शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता और सेवा वितरण में सुधार लाने के लिए परिषद द्वारा निर्धारित मानदंडों और मानकों और दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य कर रहे हैं, इसे लेकर परिषद की आम सभा ने 5 अगस्त, 2024 को आयोजित अपनी 61वीं बैठक में अहम फैसला लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि कि सभी मौजूदा शिक्षक शिक्षण संस्थानों (टीईआई) को अनिवार्य रूप से शैक्षणिक सत्र 2021-22 और 2022-23 की कार्य निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट (पीएआर) एनसीटीई पोर्टल पर वर्षवार ऑनलाइन जमा करनी होगी।
परिषद के उपरोक्त निर्णय के आलोक में, एनसीटीई ने दिनांक 09.09.2024 को एक सार्वजनिक सूचना जारी की है जो एनसीटीई की वेबसाइट https://ncte.gov.in पर उपलब्ध है। इसके माध्यम से मान्यता प्राप्त शिक्षक शिक्षण संस्थानों को शैक्षणिक सत्र 2021-22 और 2022-23 के लिए कार्य निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट (पीएआर) ऑनलाइन मोड के माध्यम से उक्त पीएआर पोर्टल पर जमा करना होगी। पीएआर पोर्टल का लिंक, यानी https://ncte.gov.in/par/ पर भी सार्वजनिक सूचना में दिया गया है। ऑनलाइन पीएआर जमा करने की समयसीमा 09.09.2024 से 10.11.2024 (रात 11:59 बजे) तक होगी।