भोपाल. प्रभाष जेटली नामक व्यक्ति ने मध्यप्रदेश रियल एस्टेट नियामक आयोग प्राधिकरण (रेरा) के चेयरमैन अजीत प्रकाश श्रीवास्तव के विरुद्ध ईओडब्लू में आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। इकाई ने प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज कर ली है। इसमें पद के दुरूपयोग और नियुक्ति में अनियमितता के आरोप भी शामिल हैं।
पी ई दर्ज होने के बाद अब विभाग सभी आरोपों की जांच कर साक्ष्य जुटाएगी । यदि आरोप सही पाए गए तो FIR भी दर्ज करने का प्रावधान है।
प्रमुख आरोप इस प्रकार है:
(१) रेरा चेयरमैन ने ऑफिस स्टॉफ की नियम विरुद्ध जाकर की है एक्ट धारा २८ के अंतर्गत नियुक्ति का अधिकार शासन को होता है।
(२) न्याय निर्णायक अधिकारी की नियुक्ति के लिए दो स्वीकृत पदों के विरुद्ध केवल एक विज्ञापन जारी कर शासन को ३ नाम भेजे गए जिनमें से शासन द्वारा एक नाम का अनुमोदन किया गया फिर भी दो पदों पर नियुक्ति आदेश जारी किए गए।
(३)कुछ ऐसे कर्मचारी अधिकारी नियुक्त किए गए जिनकी आयु ६५वर्ष से अधिक है।
(४) रेरा अध्यक्ष ने रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा देने के स्थान पर इसे खत्म करने का प्रयास किया।
(५) आकृति डेवलिंक्स प्रा लि में ए पी श्रीवास्तव और उनकी पत्नी ने आवासीय भूखंड लिया और AG 8 के 12 प्रॉजेक्ट अध्यक्ष की हैसियत से रद्द किए। जहां स्वयं का निवेश था उस सुनवाई से स्वयं को अलग किया जाना चाहिए था।
आरोप सच है कि नहीं यह जांच का विषय है परंतु रेरा की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह तो अवश्य ही लग गया है देखना है कि श्रीवास्तव बेदाग साबित होंगे कि दागदार छबि के साथ विदा लेंगे ।
मामला जांच एजेंसियां देख रही हैं दूध का दूध और पानी का पानी हो ही जायेगा ।