पालघर/मुंबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पालघर जिले की एक सभा में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि “मैं अपने ह्रदय के भावों को व्यक्त करना चाहता हूं, छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक नाम या राजा नहीं हैं। वे हमारे देवता हैं । आज मैं उनके चरणों में सिर झुकाता हूं और अपने देवता से माफी मांगता हूं।”
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में तेज बारिश और आंधी से छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने और इससे लोगों की भावनाएं आहत लोगों से माफी मांगी।
इस दौरान विपक्ष पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि हमारे संस्कार अलग है। हम वो लोग नहीं हैं, जो आए दिन भारत मां के महान सपूत वीर सावरकर को गालियां देते हैं इसके बावजूद माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। अदालतों में जाकर लड़ाइयां लड़ते हैं। महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार जान ले। ये हमारे संस्कार हैं कि इस धरती पर आते ही मैंने पहला काम मेरे आराध्य देव शिवाजी के चरणों में सिर झुकाकर क्षमा मांगने का किया है।
4 दिसंबर 2023को प्रधानमन्त्री मोदी ने शिवाजी महाराज की 28 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था। प्रतिमा 26 अगस्त को बारिश आंधी से ढह गई थी।
मोदी की माफी के बाद विपक्ष बैक फुट पर नजर आ रहा है