केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ), भारतीय राष्ट्रीय विनियामक प्राधिकरण (एनआरए) और संबद्ध संस्थानों के साथ मिलकर कार्यात्मक वैक्सीन विनियामक प्रणाली के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा प्रकाशित संकेतकों...
Read more“हमारी फिल्में हमारे समाज की कलात्मक समझ को दर्शाती हैं। जीवन रूपांतरित हो रहा है। कला के मानक बदल रहे हैं। नई आकांक्षाएं उत्पन्न हो रही हैं। नई-नई समस्याएं सामने...
Read moreप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वाशिम में ‘नंगारा’ वाद्य यंत्र पर अपना हाथ आजमाया। उन्होंने कहा कि महान बंजारा संस्कृति में ‘नंगारा’ एक बहुत विशेष स्थान रखता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट...
Read moreआरएसएस के जिला प्रमुख नरेल जितेंद्र भारद्वाज का शव भोरगढ़ के पास रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध हालत में मिला। वह रविवार शाम से लापता है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम...
Read moreखरीफ फसल की बुआई 1096 लाख हेक्टेयर से ज़्यादा पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 393.57 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस वर्ष 410 लाख हेक्टेयर में चावल की...
Read moreरेलवे बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष सतीश कुमार ने नई दिल्ली में स्थित रेल भवन के कॉन्फ्रेंस हाल में आयोजित कार्यक्रम में रेल कर्मियों को स्वच्छता के प्रति संकल्पित रहने की शपथ दिलाते हुए ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ की शुरुआत की। भारत सरकार द्वारा इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम 'स्वभाव स्वच्छता - संस्कार स्वच्छता' रखी गई है। 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छ भारत दिवस’ मनाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान सतीश कुमार ने रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई कि वे अपने घरों, अपने कार्यालयों, अपने आस-पास, अपनी सोसाइटी और अपने देश को स्वच्छ रखेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे। सभी ने शपथ ली कि “महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मां भारती को आजाद कराया, अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। हम शपथ लेते हैं कि स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहेंगे और उसके लिए समय देंगे। हम न गंदगी करेंगे और न किसी और को करने देंगे।” भारतीय रेल द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत देशभर में न केवल रेलवे स्टेशनों पर, बल्कि ट्रेनों, रेलवे कॉलोनियों और उत्पादन इकाइयों में भी साफ-सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। विदित हो कि रेलवे द्वारा वर्ष 2017 से ही 'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़ा अभियान मनाया जा रहा है। 'स्वच्छता ही सेवा' स्वच्छ भारत मिशन के तहत आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (जल शक्ति मंत्रालय) की एक संयुक्त पहल है। इस वर्ष भी रेलवे द्वारा 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान का आयोजन किया गया है। पिछले वर्ष ‘स्वच्छता ही सेवा’-2023 अभियान के दौरान रेलवे ने लगभग 6,823 रेलवे स्टेशनों पर 70,0000 से अधिक मानव-घंटों के श्रमदान के साथ लगभग 2.5 लाख लोगों को अभियान में शामिल किया था। रेलवे ने स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की थीं। जिसमें बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान, कचरे की सफाई के साथ सेल्फी प्वाइंट बनाना, रेलवे की वेबसाइट पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ लोगो/बैनर लगाना, ट्रेनों/स्टेशनों में कचरे के उचित निपटान के संबंध में यात्रियों को जागरूक करने के लिए नियमित घोषणा करना, जागरूकता बढ़ाने के लिए “स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत” के नारे के साथ प्रभात फेरी निकालना, यात्रियों को जागरूक करने के लिए रेलवे स्टेशनों पर गैर सरकारी संगठनों, धार्मिक निकायों और स्कूली बच्चों की मदद से नुक्कड़ नाटक आयोजित करना आदि शामिल है। इस वर्ष भी स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 'स्वच्छता ही सेवा' 2024 अभियान 17 सितम्बर से 'स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता' थीम के साथ मनाया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम "स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता" पूरे भारत में स्वच्छता के प्रयासों में सामूहिक कार्रवाई और नागरिक भागीदारी की रेलवे की भावना को जागृत करने का प्रयास करती है। स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा, जिसका समापन स्वच्छ भारत दिवस पर होगा। यह अभियान सभी नागरिकों, भागीदारों और हितधारकों को स्वच्छता से जुड़े प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा।
Read moreचिंतन शिविर का उद्देश्य मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा करना और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के "विजन 2047" को लागू करने के लिए एक्शन प्लान बनाना है 9 और 10...
Read moreप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गणेश चतुर्थी पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने एक्स पर जारी एक पोस्ट में कहा: 'समस्त देशवासियों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं। गणपति बाप्पा मोरया!'
Read moreराष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ऑयलपाम के तहत आयोजित मेगा ऑयल पाम प्लांटेशन ड्राइव के तहत भारत के 15 राज्यों में 12,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में 17 लाख से अधिक ऑयल पाम पौधे रोपे गए, जिससे 10,000 से अधिक किसान लाभान्वित हुए। 15 जुलाई, 2024 को शुरू किए गए इस अभियान ने देश में ऑयल पाम की खेती के विस्तार की दिशा में भारत सरकार, राज्य सरकारों और ऑयल पाम प्रसंस्करण कंपनियों के सामूहिक प्रयासों को प्रदर्शित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह अभियान 15 सितंबर, 2024 तक चलेगा। इसमें आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा सहित कई राज्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई है। पतंजलि फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड, गोदरेज एग्रोवेट और 3एफ ऑयल पाम लिमिटेड जैसी प्रमुख ऑयल पाम प्रोसेसिंग कंपनियों के सहयोग से राज्य सरकारों द्वारा आयोजित इस पहल में कई जागरूकता कार्यशालाएं, वृक्षारोपण अभियान और प्रचार कार्यक्रम शामिल हैं। इन गतिविधियों ने सफलतापूर्वक जागरूकता बढ़ाई है और कृषक समुदाय को शामिल किया है। इस मिशन को महत्व देने वाले प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों और राजनीतिक नेताओं की उपस्थिति से और अधिक समर्थन मिला है। भारत सरकार द्वारा अगस्त 2021 में शुरू किए गए खाद्य तेलों के लिए राष्ट्रीय मिशन - ऑयल पाम (एनएमईओ-ओपी) का उद्देश्य व्यवहार्यता मूल्य समर्थन सहित ऑयल पाम क्षेत्र के विकास के लिए एक मूल्य श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करके ऑयल पाम की खेती का विस्तार करना और कच्चे पाम तेल (सीपीओ) के उत्पादन को बढ़ावा देना है। मेगा ऑयल पाम प्लांटेशन ड्राइव खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने, आयात निर्भरता को कम करने और भारतीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस व्यापक रणनीति का एक प्रमुख घटक है।
Read moreवसुधैव कुटुंबकम ऋषि परंपरा का मूल सिद्धांत: उपराष्ट्रपति पिछले एक दशक में ऋषि परंपरा का सम्मान बढ़ा: उपराष्ट्रपति उपराष्ट्रपति ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट में राष्ट्रीय संगोष्ठी को...
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