टेक्नोलॉजी

दिल्ली एम्स: रोबोट पहुंचाएगा दवा, कम होगा संक्रमण; एम्स एक रोबोटिक इन्वेंट्री सिस्टम स्थापित करने पर काम कर रहा है

एम्स के नए निजी क्षेत्र के बेसमेंट में एक दवा की दुकान खुलेगी और एक स्वचालित रोबोटिक इन्वेंट्री सिस्टम स्थापित किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर सिस्टम से जुड़ी...

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आत्म-निर्भरता के लिए स्वदेशी रक्षा नवाचार, रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह डिफकनेक्ट 4.0 का उद्घाटन करेंगे

रक्षा मंत्री ने परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखे गए अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के 21 द्वीपों के लिए अपनी तरह के पहले खुले जल में तैराकी अभियान का ध्वज प्राप्त किया

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 07 अक्टूबर, 2024 को दिल्ली कैंट के मानेकशॉ सेंटर में डेफकनेक्ट 4.0 का उद्घाटन करेंगे, जो स्वदेशी नवाचार को आगे बढ़ाने और देश के बढ़ते रक्षा परितंत्र...

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केंद्रीय मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी सतत विकास और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के सहयोग को मजबूत करने के लिए जर्मनी के तीन दिवसीय दौरे पर जाएंगे

केंद्रीय मंत्री 7 से 8 अक्टूबर, 2024 तक हैम्बर्ग सस्टेनेबिलिटी कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे और मंत्रियों और उद्योग जगत के नेताओं से मिलेंगे केंद्रीय मंत्री जोशी ग्रीन शिपिंग पर भारत...

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राष्ट्रीय सुशासन केंद्र ने कंबोडिया साम्राज्य के सिविल सेवकों के लिए सार्वजनिक नीति और शासन पर छठा प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा किया

राष्ट्रीय सुशासन केंद्र ने कंबोडिया साम्राज्य के सिविल सेवकों के लिए सार्वजनिक नीति और शासन पर छठा प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा किया

राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (एनसीजीजी) ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कंबोडिया के सिविल सेवकों के लिए सार्वजनिक नीति और शासन पर छठा प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया। 2 सप्ताह का...

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अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता (एसएसए) के लिए एआरआईईएस और बीईएल के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये

अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता (एसएसए) के लिए एआरआईईएस और बीईएल के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये

पग्रहों और उनके उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरिक्ष स्थित वस्तुओं, खास तौर से पृथ्वी के पास की वस्तुओं और कृत्रिम उपग्रहों पर नज़र रखने के लिए इमेज प्रोसेसिंग तकनीक, डेटा एनालिटिक्स समाधान के लिए सॉफ्टवेयर के साथ-साथ उपकरण और प्रयोगशालाएं जल्द ही विकसित की जाएंगी। ट्रैकिंग के इस तरह के अभ्यास को अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता (एसएसए) कहा जाता है। आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज (एआरआईईएस), नैनीताल, केन्द्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत एक स्वायत्त संस्थान है, जिसने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों पर सहयोग करने के लिए नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर, विशेष रूप से एसएसए पर ध्यान केंद्रित करते हुए, हस्ताक्षर किए हैं। यह भारत सरकार की...

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रेलवे में प्रारंभ हुआ ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’, रेल कर्मियों को दिलाई गई स्वच्छता की शपथ

रेलवे में प्रारंभ हुआ ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’, रेल कर्मियों को दिलाई गई स्वच्छता की शपथ

रेलवे बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष सतीश कुमार ने नई दिल्ली में स्थित रेल भवन के कॉन्फ्रेंस हाल में आयोजित कार्यक्रम में रेल कर्मियों को स्वच्छता के प्रति संकल्पित रहने की शपथ दिलाते हुए ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ की शुरुआत की। भारत सरकार द्वारा इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम 'स्वभाव स्वच्छता - संस्कार स्वच्छता' रखी गई है। 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छ भारत दिवस’ मनाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान सतीश कुमार ने रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई कि वे अपने घरों, अपने कार्यालयों, अपने आस-पास, अपनी सोसाइटी और अपने देश को स्वच्छ रखेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे। सभी ने शपथ ली कि “महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मां भारती को आजाद कराया, अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। हम शपथ लेते हैं कि स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहेंगे और उसके लिए समय देंगे। हम न गंदगी करेंगे और न किसी और को करने देंगे।” भारतीय रेल द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत देशभर में न केवल रेलवे स्टेशनों पर, बल्कि ट्रेनों, रेलवे कॉलोनियों और उत्पादन इकाइयों में भी साफ-सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। विदित हो कि रेलवे द्वारा वर्ष 2017 से ही 'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़ा अभियान मनाया जा रहा है। 'स्वच्छता ही सेवा' स्वच्छ भारत मिशन के तहत आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (जल शक्ति मंत्रालय) की एक संयुक्त पहल है। इस वर्ष भी रेलवे द्वारा 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान का आयोजन किया गया है। पिछले वर्ष ‘स्वच्छता ही सेवा’-2023 अभियान के दौरान रेलवे ने लगभग 6,823 रेलवे स्टेशनों पर 70,0000 से अधिक मानव-घंटों के श्रमदान के साथ लगभग 2.5 लाख लोगों को अभियान में शामिल किया था। रेलवे ने स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की थीं। जिसमें बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान, कचरे की सफाई के साथ सेल्फी प्वाइंट बनाना, रेलवे की वेबसाइट पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ लोगो/बैनर लगाना, ट्रेनों/स्टेशनों में कचरे के उचित निपटान के संबंध में यात्रियों को जागरूक करने के लिए नियमित घोषणा करना, जागरूकता बढ़ाने के लिए “स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत” के नारे के साथ प्रभात फेरी निकालना, यात्रियों को जागरूक करने के लिए रेलवे स्टेशनों पर गैर सरकारी संगठनों, धार्मिक निकायों और स्कूली बच्चों की मदद से नुक्कड़ नाटक आयोजित करना आदि शामिल है। इस वर्ष भी स्वच्छ भारत मिशन के शुभारंभ की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 'स्वच्छता ही सेवा' 2024 अभियान 17 सितम्बर से 'स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता' थीम के साथ मनाया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम "स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता" पूरे भारत में स्वच्छता के प्रयासों में सामूहिक कार्रवाई और नागरिक भागीदारी की रेलवे की भावना को जागृत करने का प्रयास करती है। स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा, जिसका समापन स्वच्छ भारत दिवस पर होगा। यह अभियान सभी नागरिकों, भागीदारों और हितधारकों को स्वच्छता से जुड़े प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा।

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प्रधानमंत्री ने अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन के शासी निकाय की पहली बैठक की अध्यक्षता की

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 234 नए शहरों/कस्बों में निजी एफएम रेडियो शुरू करने को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एएनआरएफ) के शासी बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में...

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रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता: रक्षा मंत्रालय ने सुखोई-30एमकेआई विमान के लिए 240 एएल-31एफपी हवाई इंजन के लिए एचएएल के साथ 26,000 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए

रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से सुखोई-30एमकेआई विमान के लिए 240 एएल-31एफपी एयरो इंजन खरीदने हेतु हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एक...

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भारत-अमरीका संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण ‘युद्ध अभ्यास-2024’ राजस्थान में शुरू हुआ

भारत-अमरीका संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण ‘युद्ध अभ्यास-2024’ राजस्थान में शुरू हुआ

भारत-अमरीका संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण ‘युद्ध अभ्यास-2024’ का 20वां संस्करण आज राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में विदेशी प्रशिक्षण केन्द्र में शुरू हुआ। यह युद्धाभ्यास 9 से 22 सितंबर 2024 तक चलेगा। यह युद्धाभ्यास वर्ष 2004 से प्रति वर्ष भारत और अमरीका के बीच...

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राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ऑयलपाम

राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ऑयलपाम

राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ऑयलपाम के तहत आयोजित मेगा ऑयल पाम प्लांटेशन ड्राइव के तहत भारत के 15 राज्यों में 12,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में 17 लाख से अधिक ऑयल पाम पौधे रोपे गए, जिससे 10,000 से अधिक किसान लाभान्वित हुए। 15 जुलाई, 2024 को शुरू किए गए इस अभियान ने देश में ऑयल पाम की खेती के विस्तार की दिशा में भारत सरकार, राज्य सरकारों और ऑयल पाम प्रसंस्करण कंपनियों के सामूहिक प्रयासों को प्रदर्शित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह अभियान 15 सितंबर, 2024 तक चलेगा। इसमें आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा सहित कई राज्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई है।   पतंजलि फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड, गोदरेज एग्रोवेट और 3एफ ऑयल पाम लिमिटेड जैसी प्रमुख ऑयल पाम प्रोसेसिंग कंपनियों के सहयोग से राज्य सरकारों द्वारा आयोजित इस पहल में कई जागरूकता कार्यशालाएं, वृक्षारोपण अभियान और प्रचार कार्यक्रम शामिल हैं। इन गतिविधियों ने सफलतापूर्वक जागरूकता बढ़ाई है और कृषक समुदाय को शामिल किया है। इस मिशन को महत्व देने वाले प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों और राजनीतिक नेताओं की उपस्थिति से और अधिक समर्थन मिला है।   भारत सरकार द्वारा अगस्त 2021 में शुरू किए गए खाद्य तेलों के लिए राष्ट्रीय मिशन - ऑयल पाम (एनएमईओ-ओपी) का उद्देश्य व्यवहार्यता मूल्य समर्थन सहित ऑयल पाम क्षेत्र के विकास के लिए एक मूल्य श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करके ऑयल पाम की खेती का विस्तार करना और कच्चे पाम तेल (सीपीओ) के उत्पादन को बढ़ावा देना है। मेगा ऑयल पाम प्लांटेशन ड्राइव खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने, आयात निर्भरता को कम करने और भारतीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस व्यापक रणनीति का एक प्रमुख घटक है।  

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